क्या शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर लगा दी जाय रोक

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बक्सर खबर। शहर में यातायात की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। ऐसे में जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन क्या करे। कौन से ऐसे कदम उठाए जाएं। जिससे आम जन को राहत मिले। फिलहाल अनुमंडल प्रशासन ने इसके लिए ठोस कदम उठाने का मन बना लिया है। सुबह 8 से शाम 7 बजे तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश नहीं हो। यह आदेश जारी करने से पूर्व आमजन की राय जानने का प्रयास किया गया है। जिसके लिए 12 दिसम्बर को बैठक बुलायी गयी है। एसडीओ केके उपाध्याय के कार्यालय से इस आशय का पत्र परिवहन विभाग को भेजा गया है।

जिसमें कहा गया है कि बुधवार को रेडक्रास भवन पुराना बस स्टैंड में बैठक होगी। अपराह्न चार बजे सभी ट्रांसपोर्टर, व्यवसायी, समाज सेवी, राजनीतिक दलों के लोग आमंत्रित हैं। वे बैठक में शामिल हों और अपने सलाह दें। क्या इस आदेश को लागू कर दिया जाए। इस लिए आप पाठकों से भी हम आग्रह करते हैं। अपनी राय दें, आपके अनुसार प्रशासन का यह कदम कितना कारगर अथवा उचित है। क्योंकि जाहिर है इससे कुछ परेशानियां भी होंगी। जहां तक मुख्य पथ से लगे अतिक्रमण की बात है। तो उसे बार-बार हटाया जाता है। लेकिन, समस्या से निजात नहीं मिल पाती। क्योंकि वह पुन: काबिज हो जाता है।

6 COMMENTS

  1. भारी वाहनों के प्रवेश निषेध के अलावे ई रिक्शा के नाबालिग चालकों द्वारा चलाने पर पूरी तरह प्रतिबन्ध हो। इसके साथ ही गोलम्बर,सिंडिकेट नहर एवं नहर पुल तथा आदर्श थाना,पूर्वी गुमटी के पास टेम्पो स्टैंड स्वतः लगने के कारण नित्यप्रति जाम से अक्सर दुर्घटनाएँ हो रही हैं

  2. शहर में जाम का मुख्य कारण अतिक्रमण है।दूसरा मुख्य कारण बिना पार्किंग के बड़े बड़े बैंकों मौलों का निर्माण एवम् सड़कों पे बेतरतीब तरीकों से वाहनों को खड़ा करना है। पीपी रोड में एक ही भवन में पांच बड़े बड़े नामचीन व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का कार्यालय है परन्तु कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। भवन को लाखों रुपए की कमाई है लेकिन नगरपालिका ने भी मौन स्वीकृति दे रखी है और डंडा गरीब ठेले वालों पे चलता
    है।

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