‌‌पानी बढ़ने की रफ्तार धीमी, लेकिन खतरा बरकरार

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बक्सर खबर। गंगा के जलस्तर में  वृद्धि जारी है। हालाकि रफ्तार पहले की अपेक्षा अब बहुत धीमी हो गई है। अब जलस्तर मिली मीटर के हिसाब से बढ़ रहा है। गुरुवार को केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार बक्सर में पानी 60॰77 मीटर था। आज शुक्रवार को अपराह्न चार बजे 60॰82 मीटर तक पानी पहुंच गया था। ऐसे में कहा जा सकता है कि पानी खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर उपर बह रहा है। वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन के लोगों ने दावे किए कि आज पूरे दिन पानी स्थिर था। हांलाकि ऐसी स्थिति में दावे काम नहीं आते।यहां आंकड़े ही सत्यता बयां करते हैं।

अगले दो दिनों का क्या अनुमान है। यह जानने के लिए इलाहाबाद से संपर्क किया तो पता चला कि वहां पानी दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। वाराणसी और गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान से उपर बह रही हैं। गाजीपुर का मौजूदा जलस्तर 64 मीटर है। जबकि अपने यहां खतरे का निशान 60॰32 मिटर निर्धारित है। ऐसे में आप समझ सकते हैं। अगले दो दिनों तक पानी के दबाव से राहत मिलने की संभावना नहीं है। सबसे राहत वाली खबर यह है कि हमारे यहां बारिश नहीं हो रही। अगर बारिश हुई तो स्थिति और विकट हो सकती है।

तीन वर्ष के अंतराल पर पैदा हो रहे हैं बाढ़ के हालात
बक्सर खबर। पिछले आंकडों पर हम नजर डाले तो तीन वर्ष के अंतराल पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। पिछली बाढ़ 2016 में आई थी। उस समय पानी 61॰26 मीटर तक पहुंच गया था। उससे तीन वर्ष पहले। अर्थात 2013 में गंगा का जलस्तर 61॰46 मीटर तक गया था। इस वर्ष अभी तक पानी 60॰82 मीटर तक पहुंचा है। जो पहले की अपेक्षा कम है। पुराने आंकड़े बताते हैं। ऐसा तभी होता है। जब अन्य प्रदेशों में भारी बारिश होती है। इस बार राजस्थान और मध्य प्रदेश की बारिश ने हमारे यहां यह स्थिति पैदा की है। बावजूद इसके फिलहाल बहुत परेशान होने की जरुरत नहीं है। क्योंकि पानी इस स्तर तक पहुंचने के बाद भी कुछ इलाके बाढ़ से प्रभावित होते हैं।

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