गा रही थी गाना बन गया अजीब फसाना

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बक्सर खबर। माउथ मीडिया
आज मुझे बतकुच्चन गुरू बड़े ही चहकते अंदाज में मिले। मिलते ही बोले आज कल शहर में गीत-संगीत का माहौल चल रहा है। जिसको देखिए वही गा रहा है। सुने हैं शहर में कोई नया कलाकार आया है। मीडिया वाला सब ओकरा गावे नहीं दे रहे हैं। कवनो कहता है गाना ठिक है पर जगह ठीक नहीं है। कवनों कहता है गीत में दर्द है पर मिठास नहीं। मीठा हो या तीखा इन सबको क्या पड़ी है। शहर में जवन हो रहा है होने दो। जानत हो सब खबरिया वाला खराब नहीं है। दू-तीन मिला मिल के ओ गायक के साथ खड़े हो गए। पता चला है वह मीठा भले ही नहीं गाता पर पहुंचाता जरुर है। उसकी परेशानी के कारण दूसरे लोगों का मुंह खट्टा हो गवा है। आज बतकुच्चन गुरु पूरी रौ में थे। रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। बस बरशे जा रहे थे। मैं भी उनको सुन रहा था। उन्होंने कलाकार को छोड़ा मीडिया पर टूट पड़े।

बोले जाने हो गुरू … मीडिया वालन में भी बहुते अजीब सब आदमी है। कुछ त ऐसा है बाते-बाते पर डंसे है। भगवान उ सब के डोणहा बना के बड़ा इंसाफ किए हैं। अगर इन सबका विष दिए होते त न जाने क्या करता। इतना कह बतकुच्चन गुरु ने सांस ली। मेरी तरफ मुखातिब हुए, पर रुके नहीं। जाने हो … जिला का हाल भी हाटे है। एक त जिला में अधिकारी के कमी है। दूसरे जौन है सब भागे के चक्कर में लगा है। एकरे पीछे का चक्कर है कवनो बता भी नहीं रहा है। लेकिन कौन-कौन भागे ला तैयार है। ओकर लिस्ट बाजार में उपलब्ध है। हमरे लग्गे एक मिला आए रहे। उ बता रहे थे डुमरांव का एगो साहेब निकल लिए हैं। गए हैं कि लौटने का नाम नहीं ले रहे हैं। पता चला है उनका तबीयत भी खराब हो गया है। यहां उनके न होने से कितने काम प्रभावित हो रहे हैं। सुने में आया है यहां आके वे खुद उ पछता रहे हैं। का खर्चा-बर्चा कर आए थे। लेकिन, अइसन आदमी से पाला पड़ा कि सब बेकार हो गवा। इतना कह फिर मेरी तरफ फिर पलटे। तोहके इ सब पता चला था कि ना ही। हमने कहा नहीं जी, उन्होंने तपाक बोला। ऐही ला तोहके हम बता दिए रहे। वे कुछ आगे बोलते इससे पहले हमने उनसे विदा मांगी। बोले… जरुर आया हम तोहरा से आगे भी यहीं ठिन मिलेंगे। मैं दफ्तर की तरफ चला यह सोचते हुए बतकुच्चन गुरु एतना सब समाचार लाते कहां से हैं।

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