दूरासन में खुला जेनीथ स्कूल

0
2371

बक्सर खबर : ग्रामीण परिवेश में बेहतर शिक्षा की दरकार सभी को है। हर माता-पिता अपने बच्चे को शहर भेजकर नहीं पढ़ा सकते। इसकी जरुरत को ध्यान में रखते हुए सिमरी प्रखंड के दुरासन में जेनीथ इंग्लिश की नींव रखी गई है। बुधवार को विद्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे युवराज चन्द्र विजय सिंह व एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा ने संयुक्त रुप से फीता काट शुभारंभ किया। कप्तान ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा।

आज के दौर में छात्र अंग्रेजी पर विशेष ध्यान देते हैं। मेरा मानना है, छात्रों को गणित पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इसके परिणाम सार्थक भी और भविष्य के लिए लाभदायक भी। इस नेक कार्य के लिए जेनीथ स्कूल के प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कप्तान ने कहा स्कूल शब्द ही अपने आप में बहुत ही अहम है। युवराज चन्द्र विजय सिंह ने कहा प्रबंधन के सदस्य बधाई के पात्र हैं।

कार्यक्रम में पहुंचे पूज्य जीयर स्वामी जी

मनुष्य के लिए जरुरी है बेहतर शिक्षा : जीयर स्वामी
बक्सर : मनुष्य का जीवन सिर्फ भोग के लिए नहीं बना। उसका अपना सार्थक उद्येश्य होना सबसे जरुरी है। यह तभी संभव है जब उसे बेहतर शिक्षा मिले। इसके लिए जरुरी है अभिभावक बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। तभी उनका भविष्य सवरेगा साथ ही वे अच्छे नागरिक बन सकेंगे। यह बातें पूज्य जीयर स्वामी जी ने जेनीथ स्कूल के शुभारंभ होने के मौके पर कही। वे कुछ समय के लिए दुरासन पहुंचे थे।

प्रतिभागी छात्रा को पुरस्कार देते विजय मिश्रा

सभी प्रतिभागियों को मिला पुरस्कार
बक्सर : जेनीथ स्कूल की दुरासन में दूसरी शाखा है। इसमें चक्की स्कूल के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान बतौर अतिथि पहुंचे चन्द्रमा प्रसाद चैरिटेबल संस्था के चेयरमैन विजय मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया। मौके पर शिवांग विजय सिंह, विद्यालय के व्यवस्थापक चंद्रकांत यादव, संचालक अरविन्द्र कुमार चैबे उर्फ चुन्नु चैबे,  मुखिया अजय पांडेय, डीके कालेज के प्राचार्य अनिल कुमार, डुमरी के पूर्व मुखिया प्रेम सागर कुवंर, गोपाल जी चैबे, अंजनी पाठक, मुन्ना पाण्डेय, मुन्ना राय, अप्पु राय, एबीवीपी जिला संयोजक  दीपक यादव, अभिषेक कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

एसपी उपेन्द्र शर्मा को स्मृति चिह्न प्रदान करते संचालक चुन्नू चौबे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here